?>
Baat Ka Afsana Bana Dete Hai (बात का अफसाना बना देते हैं) lyrics in Hindi is Sung by Mohammed Rafi, Prabodh Chandra Dey (Manna Dey) from Movie Shaadi. The song's music direction is by Chitragupta Shrivastava, and lyrics are written by Rajendra Krishan. It casts Dharmendra, Saira Banu, Manoj Kumar, Balraj Sahni.
Movie | Shaadi |
Singers | Mohammed Rafi, Prabodh Chandra Dey (Manna Dey) |
Music Director | Chitragupta Shrivastava |
Lyricist | Rajendra Krishan |
Cast | Dharmendra, Saira Banu, Manoj Kumar, Balraj Sahni |
Music Label | Saregama |
जिसको जलने की ना पर्वाह हो
वो परवाना हैं
शामा के हुस्न का सुनते हैं
के दीवाना हैं
वाक्य क्या हैं वाक्य क्या हैं
कोई इससे खबदर नहीं
एक जुता सा अफसाना ही अफसाना हैं
लोग तो बात का लोग तो बात का
अफसाना बना देता हैं
लोग तो बात का लोग तो बात का
अफसाना बना देता हैं
अचे अचो को अचे अचो को
अचे अचो को अजी हा अचे अचो को
ये दीवाना बना देते हैं
दीवाना बना देते हैं
लोग तो बात का अफसाना बना देता हैं
अचे अचो को ये दीवाना बना देते हैं
शामा से पूछा ये
एक रोज ओ नूरे महफ़िल
क्या खुदा ने तुझे
बक्शा नहीं उल्फ़त भारा दिल
जो गली तुझसे मिले
उसको जला देती हैं
जो गली तुझसे मिले
उसको जला देती हैं
चाहने वाले की
हस्ती ही मिटा देती हैं
चाहने वाले की
हस्ती ही मिटा देती हैं
शामा ने आग राखी
शामा ने आग राखी
सर पे कसम खाने को
बखुदा मैंने
जलाया नहीं परवाने को
लोग तो बात का
अफसाना बना देता हैं
अचे अचो को ये
दीवाना बना देते हैं
लोग तो बात का लोग तो बात का
अजी हल ओग तो हा हा जी बात का
लोग तो बात का बात का बात का
लोग तो बात का अफसाना बना देता हैं
अफसाना बना देता हैं
लोग तो बात का अफसाना बना देता हैं
अफसाना बना देता हैं
अचे अचो को ये
दीवाना बना देते हैं
कहा ये शामा ने
परवाना मुझपे मार्ता हैं
अदल से मेरी मोहब्बत
का दम ये भरता हैं
किसी हशीन की महफ़िल
हो या हो वीराना
किसी हशीन की महफ़िल
हो या हो वीराना
जहा जहा मैं जालू
आही जियास दीवाना
जहा जहा मैं जलुआही जियास दीवाना
हजर बार ये हा हा
हा हजर बार ये
समाज ही चुकी के
आग हू मैं ना खेल मुझसे
मोहब्बत के हक मे नाग हू मैं
परवाने का बस एक राग
तेरा हुस्न आग मेरा इश्क आग
परवाने का बस एक राग
तेरा हुस्न आग मेरा इश्क आग
परवाने का परवाने का अजी हा हा
बस एक राग बस एक राग
तेरा हुस्न आग मेरा इश्क आग
तेरा हुस्न आग मेरा इश्क आग
परवाने का बस एक राग
तेरा हुसन आग मेरा इश्क आग
तेरा हुसन आग मेरा इश्क आग
पूछा परवाने से नादान तू क्यों जलता हैं
मोट जिस रह मे हैं उसपे तू क्यों चलता हैं
शामा ने क्या तुझे समझाया नहीं
बोला समझाया तो हैं
शोला क्या तुझको नज़र आया नहीं
बोला जी आया तो हैं
जिंदगी से तुझे नफरत क्यों हैं
बोला नफरत काशी हैं
शामा से फिर तुझे उल्फ़त क्यों हैं
बोला उल्फ़त कैसी
शामा से मुझको
मोहब्बत हो ये नामुमकिन हैं
ऐसी कम्भख्त की
चाहत हो ये नामुमकिन हैं
नूर उसका मुझे एक
आँख नहीं भटा हैं
इसके जलने से
कलेजा मेरा जल जाता हैं
मेरी महबूब को
ये मुझसे जुदा करती हैं
मेरी दुश्मन हैं मेरी दुश्मन हैं
सारे शाम जला करती हैं
मैं तो आशिक हू मैं तो आशिक हू
रत की स्याही का
सहम पगम मेरी तबाई का
सहम पगम मेरी तबाई का
मैं तो आशिक हू रत की सियाई का
मैं तो आशिक हू
बात कह दी हैं सच सच यकीन कीजिया
जो ना आई यकीन ये सबुत लीजिया
सहमा दिन को जले
सहमा दिन को जले तो मैं आता नहीं
इसके जलने से मैं तिल्मिता नहीं
मैं तो आशिक हू मैं तो आशिक हू
मैं आशिक हू आशिक
हू आशिक हू आशिक हू
आशिक हू रत की सियाई का
मैं तो आशिक हू मैं तो आशिक हू
रत की सियाई का
मैं तो आशिक हू
लोग तो बात का अफसाना बना देता हैं
अचे अचो को ये दीवाना बना देते हैं.
Jisko jalne ki na parvah ho
Vo parvana hai
Shama ke husn ka sunte hai
Ke divana hai
Vakya kya hai vakya kya hai
Koi isse khabrdar nahi
Ek jutha sa afsana hi afsana hai
Log to bat ka log to bat ka
Afsana bana deta hai
Log to bat ka log to bat ka
Afsana bana deta hai
Ache acho ko ache acho ko
Ache acho ko aji ha ache acho ko
Ye divana bana dete hai
Divana bana dete hai
Log to bat ka afsana bana deta hai
Ache acho ko ye deewana bana dete hai
Shama se pucha ye
Ek roj o nure mahfil
Kya khuda ne tujhe
Baksha nahi ulfat bhara dil
Jo gale tujhse mile
Usko jala deti hai
Jo gale tujhse mile
Usko jala deti hai
Chahne vale ki
Hasti hi mita deti hai
Chahne vale ki
Hasti hi mita deti hai
Shama ne aag rakhi
Shama ne aag rakhi
Sar pe kasam khane ko
Bakhuda maine
Jalaya nahi parvane ko
Log to bat ka
Afsana bana deta hai
Ache acho ko ye
Deewana bana dete hai
Log to bat ka log to bat ka
Aji hal og to ha ha ji bat ka
Log to bat ka bat ka bat ka
Log to bat ka afsana bana deta hai
Afsana bana deta hai
Log to bat ka afsana bana deta hai
Afsana bana deta hai
Ache acho ko ye
Deewana bana dete hai
Kaha ye shama ne
Parvana mujhpe marta hai
Adal se meri mohabbat
Ka dam ye bharta hai
Kisi hashin ki mahfil
Ho ya ho virana
Kisi hashin ki mahfil
Ho ya ho virana
Jaha jaha mai jalu
Aahi jaias divana
Jaha jaha mai jaluAahi jaias divana
Hajar bar ye ha ha
Ha hajar bar ye
Samaja hi chuki ke
Aag hu mai na khel mujhse
Mohabbat ke hak me nag hu mai
Parvane ka bas ak rag
Tera husn aag mera ishk aag
Parvane ka bas ak rag
Tera husn aag mera ishk aag
Parvane ka parvane ka aji ha ha
Bas ak rag bas ak rag
Tera husn aag mera ishk aag
Tera husn aag mera ishk aag
Parvane ka bas ak rag
Tera husan aag mera ishk aag
Tera husan aag mera ishk aag
Pucha parvane se nadan tu kyo jalta hai
Mot jis rah me hai uspe tu kyo chalta hai
Shama ne kya tujhe samjhaya nahi
Bola samjhaya to hai
Shola kya tujhko najar aaya nahi
Bola ji aaya to hai
Jindagi se tujhe nafrat kyo hai
Bola nafrat kasi hai
Shama se phir tujhe ulfat kyo hai
Bola ulfat kaisi
Shama se mujhko
Mohabbat ho ye namumkin hai
Aisi kambhakht ki
Chahat ho ye namumkin hai
Nur uska mujhe ak
Aankh nahi bhata hai
Iske jalne se
Kaleja mera jal jata hai
Meri mahbub ko
Ye mujhse juda karti hai
Meri dusman hai meri dusman hai
Sare sham jala karti hai
Mai to aashik hu mai to aashik hu
Rat ki syahi ka
Saham pagam meri tabai ka
Saham pagam meri tabai ka
Mai to aashik hu rat ki siai ka
Mai to aashik hu
Bat kah di hai sach sach yakin kijia
Jo na aai yakin ye sabut lijia
Sahma din ko jale
Sahma din ko jale to mai aata nahi
Iske jalne se mai tilmita nahi
Mai to aashik hu mai to aashik hu
Mai aashik hu aashik
Hu aashik hu aashik hu
Aashik hu rat ki siai ka
Mai to aashik hu mai to aashik hu
Rat ki siai ka
Mai to aashik hu
Log to bat ka afsana bana deta hai
Ache acho ko ye deewana bana dete hai.
If you enjoyed Baat Ka Afsana Bana Dete Hai lyrics in Hindi, please share it with your friends and family. We work hard to get you the latest updates.